Ram Mandir, दुनिया का एकमात्र मंदिर जहां राजा के रूप में पूजे जाते हैं श्री राम, क्या है मान्यता ?

Ram Mandir: आज हम आपको दुनिया के एक मात्र ऐसे मंदिर के बारे में बताने वाले हैं जहां भगवान राम राजा के रूप में पूजे जाते हैं।

मध्य प्रदेश की बुंदेलखंड की ओरछा ( Orchha Ram Mandir ) में श्री राम जानकी मंदिर दुनिया का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां भगवान राम की पूजा एक राजा के रूप में की जाती है क्या है मान्यता और कब इस मंदिर की स्थापना की गई है चलिए जानते हैं पूरी जानकारी।

अयोध्या और ओरछा का 650 वर्ष पुराना इतिहास है माना जाता है कि यहां के राजा रानी के मध्य एक विवाद के चलते जब रानी अयोध्या में भगवान राम को लेने पहुंच गई थी। तब स्वयं श्री राम ओरछा के मंदिर में आकर निवास करने लगे थे और तब से आज तक इस मंदिर की पूजा श्री राम को राजा के रूप में मानकर की जाती है।

ओरछा की रानी में अपने राजा से भगवान श्री राम की दर्शन करने की बात कही और इसी बात को लेकर रानी अयोध्या में सरयू तट पर तपस्या में लीन हो गई जब बहुत समय बीतने के बाद भगवान ने रानी को दर्शन नहीं दिए तब रानी सरयू में कूद कर अपने प्राण त्यागने लगी तभी भगवान श्री राम भक्त के रूप में आकर रानी को दर्शन दिए जब रानी ने भगवान श्री राम से अपने साथ ओरछा चलने को कहा तब श्री राम ने रानी के साथ जाने के लिए तीन शर्ते रखी पहले कि वह सिर्फ पुण्य नक्षत्र में जाएंगे दूसरा पैदल जाएंगे और तीसरी शर्त थी कि हमारे साथ साधु संतों की टोली भी जाएगी।

इसके साथ ही श्री राम ने रानी से कहा कि जैसी हम ओरछा पूछेंगे तब से आपका राजा वंश नहीं रहेगा ओरछा के राजा राम कहलाएंगे। इसके साथ ही श्री राम रानी से कहा कि हम ओरछा सिर्फ बाल रूप में जाएंगे और हमें आपको गोदी में लेकर जाना होगा। और जहां आप हमें गोदी से विराजमान कर देगी हम हमेशा के लिए वही विराजित हो जाएंगे।

भगवान राम की तीनों शर्त मानकर रानी उन्हें ओरछा लेकर आ गई लेकिन श्री राम के ओरछा आने के बाद रानी के मन में यह बात आई कि हम मंदिर ऐसी जगह बनवाएंगे कि हमारे महल से ही हम मंदिर के दर्शन कर सकें। रानी के मन में ऐसे विचार आने पर भगवान श्री राम ने उनकी तीसरी शर्त भुला दी जिससे रानी श्री राम द्वारा रखी गई तीसरी शर्त को भूल गई रानी ने मंदिर निर्माण होने तक भगवान श्री राम को अपने रसोई घर में विराजित कर दिया।

जब महल के सामने भगवान श्री राम का मंदिर बनकर तैयार हो गया पुरानी प्रभु को मंदिर में लेकर जाने लगी तब भगवान ने मंदिर जाने से मना कर दिया तब उन्होंने रानी को अपनी तीसरी शर्त याद दिला कर कहा कि हमने आपसे कहा था कि जिस जगह आप हमें विराजित कर देंगे हम हमेशा के लिए वहीं विराजित हो जाएंगे। इसलिए मानता है कि आज भी भगवान श्री राम रानी के रसोई घर में विराजमान है।

ऐसा माना जाता है कि भगवान श्री राम ओरछा में दिन में निवास करते हैं और शयन के लिए अयोध्या जाते हैं इसी प्रकार अयोध्या और ओरछा का गहरा नाता है श्री राम ओरछा में राजा के रूप में निवास करते हैं इस प्रकार भगवान श्री राम की दो निवास स्थान है दिन के लिए ओरछा और रात्रि के लिए अयोध्या।

तब से लेकर आज तक ओरछा में किसी को भी राजा नहीं माना जाता क्योंकि यहां के राजा भगवान श्री राम यहां किसी भी मंत्री नेता विधायक किसी को भी सलामी नहीं दी जाती यहां राजा श्री भगवान राम को ही माना जाता है।

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