खसरा समग्र लिंक करने से क्या होगा? जाने खसरा लिंक करने के फायदे,

खसरा समग्र लिंक

समग्र खसरा लिंक: मध्य प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के सभी किसानों से समग्र खसरा को ऑनलाइन लिंक किया जा रहा है। लेकिन किसानों के मन में सवाल है कि आखिर सरकार द्वारा खसरे को समग्र से लिंग क्यों किया जा रहा है। इस प्रक्रिया से किसानों का क्या लाभ होगा और किसान क्यों अपने खसरे को समग्र आईडी से लिंक कर सकते हैं। सारी जानकारी आज के इस आर्टिकल में हम आपको देने वाले हैं, अगर आप किसान हैं और मध्य प्रदेश के निवासी हैं, तो आपको इस आर्टिकल को आखिरी तक जरूर पढ़ना होगा ताकि आप जान सके कि मध्य प्रदेश सरकार किसानों को खसरा समग्र लिंक करने के लिए क्यों परेशान कर रही है।

मध्य प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में एक आदेश जारी कर प्रदेश के सभी किसानों को अपने खसरा क्रमांक को समग्र आईडी से लिंक करने का अनुरोध किया गया है। इसके लिए सरकार द्वारा ऑनलाइन व्यवस्था की गई है जिसके माध्यम से किस घर बैठे ऑनलाइन भी अपने खसरे को समग्र आईडी से लिंक कर सकते हैं। इसके लिए सरकार ने प्रदेश के सभी सीएससी केंद्र एवं एमपी ऑनलाइन संचालकों को भी निर्देश जारी किया है, उन्हें निर्देश जारी करते हुए सरकार ने किसानों को सुविधा देने एवं समय पर खसरा एवं समग्र को लिंक करने के लिए कहा है।

खसरे को समग्र आईडी से लिंक करना क्यों जरूरी है?

मध्य प्रदेश के किसानों के मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि आखिर खसरे को समग्र आईडी से लिंक करना क्यों जरूरी है? मध्य प्रदेश सरकार किसानों के खतरे को समग्र आईडी से क्यों लिंक कर रही है? अगर आपके मन में भी यह सवाल है तो चलिए हम आपको इस सवाल का जवाब देते हैं।

प्रदेश सरकार द्वारा किसानों से खसरा को समग्र से लिंक इसलिए किया जा रहा है क्योंकि अब मध्य प्रदेश सरकार किसानों के हित में चलाई जाने वाली विभिन्न प्रकार की योजनाओं में समग्र आईडी का इस्तेमाल करती है और समग्र आईडी के जरिए ही किसानों का डाटा ऑनलाइन प्रक्रिया में उठाया जाता है। इसलिए सरकार अब किसानों के खसरे एवं समग्र को लिंक करने पर जोर दे रही है, जिससे कि सभी किसानों का डाटा समग्र के साथ जुड़ जाए।

जिससे किसानों को सरकार द्वारा दी जाने वाली विभिन्न प्रकार की सुविधाओं में अलग-अलग कागज को लेकर नहीं आना पड़े आप सिर्फ एक समग्र आईडी के इस्तेमाल से ही सरकार द्वारा किसानों के हित में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। इन योजनाओं में मुख्य रूप से समर्थन मूल्य पर खरीदी हेतु मध्य प्रदेश उपार्जन पोर्टल पर किए जा रहे किसान का पंजीयन भी है।

किसान गेहूं एवं चने की बिक्री हेतु सरकार के आधिकारिक उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन करते हैं। जिस पंजीयन पोर्टल पर किसानों को अपने समग्र आईडी एवं खसरे को अलग से देना होता है, लेकिन अब जब सरकार द्वारा सभी किसानों के खसरे एवं समग्र आईडी को एक साथ लिंक कर दिया जाएगा, तब किसानों को किसान पंजीयन करने के लिए ई उपार्जन पोर्टल पर सभी कागजों के जगह पर सिर्फ एक समग्र आईडी की आवश्यकता लगेगी।

घर बैठे खसरे को समग्र से लिंक करना सीखे, अभी क्लिक करें

इस प्रकार किसान एक समग्र आईडी के इस्तेमाल से ही पूरा पंजीयन प्रक्रिया का लाभ उठा सकेंगे, इसलिए किसानों को अपने खसरे को समग्र आईडी से लिंक करना बहुत जरूरी है। जिससे कि उन्हें उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन करने में किसी भी प्रकार का समस्या का सामना नहीं करना पड़े और बहुत ही कम समय में किसान अपना पंजीयन सफलतापूर्वक कर सके।

खसरे को समग्र आईडी से लिंक कैसे करें?

खसरे को समग्र आईडी से लिंक करने के लिए आप अपने नजदीकी सीएससी सेंटर या फिर एमपी ऑनलाइन संचालक के पास जा सकते हैं। अगर आप घर बैठे अपने खसरे को समग्र आईडी से लिंक करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको नीचे दी गई बटन पर क्लिक करना होगा यहां पर हमने खसरे को समग्र आईडी से लिंक करने के लिए की जाने वाली संपूर्ण प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी है।

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